कसया पडरौना मार्ग का सबसे बड़ा जानकीनगर चौराहे का हाल व दास्तान गन्दगी और जलजमा ही इस चौराहे की पहचान।
जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित सबसे बड़ा बाजार/चौराहा अगर कोई है तो है जानकीनगर जगती का मशीन जहाँ आने जाने वाले यात्रियों एवं व्यवसाय कर रहे व्यापारियों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
कब किसके शरीर पर कीचड़ की बौछार पड़ जाय यह कहा नहीं जा सकता कब कोई घटना घट जाय वैसे यहाँ पर बार बार मार्ग मे वाहनों से दुर्घटना आम बात होती जा रही है।
जिले के सभी आला अधिकारियों को इसी रोड से आना जाना रहता है उसके बाद भी जल निकासी नहीं होने से जलजमाव कोई व्यवस्था नही है।
जानकीनगर वासियों के लोग किल्लत भरी जिंदगी कैसे काटते है यह सहज ढंग से अंदाजा लगाया जा सकता है। आइये आपको अपने चौराहे के बारे में कुछ जानकारियां साझा करें।
दो यात्री गोरखपुर से रोडवेज बस से कुशीनगर के लिए रवाना हुए टिकेट भी लिया पर शीट नही मिली शाम होने की वजह से बस मे भीड़ लगी थी जगह जगह बस रुकती गई भीड़ बढ़ती गई दोनो यात्री अंदर ही अंदर हलकान और परेशान होने लगे उन्हें कुछ दिखाई नही दे रहा था बस में बैठे इनकी परेशानी बस कंडेक्टर ने पूछा बात क्या है इतना बेचैन आप दोनों क्यों है दोनो ने बताया मुझे कसया से पडरौना रोड में उतरना है नाम बताओ इस दोनो यात्रियों ने बताया कि जिस चौराहे पर सड़क के दोनों तरफ जलजमाव और व्याप्त गन्दगी होगी वही उतरना है नाम भूल गए तो बस संचालक ने कहा रामजानकीनगर में जलजमाव व गन्दगी है वही तो नहीं रुकना है।
जलजमाव वाला चौराहे के नाम से विख्यात होता जा रहा जानकीनगर चौराहा।
अधिकारियों के आंखों के सामने है विकास कितना हुआ जो जलजमाव और गन्दगी के दंश झेल रहे लोग
जवाब देंहटाएंअभी तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया किसी के द्वारा
जवाब देंहटाएं