मानसरोवर सिनेमा हॉल में संतों व पत्रकारों के साथ हुआ ‘अखंडा–2’ का विशेष प्रदर्शन



मानसरोवर सिनेमा हॉल में संतों व पत्रकारों के साथ हुआ ‘अखंडा–2’ का विशेष प्रदर्शन

प्रयागराज।


मानसरोवर सिनेमा हॉल, प्रयागराज में रविवार 14 दिसम्बर को दोपहर के पहले शो में पूज्य संतों के स्वागत के उपरांत पत्रकार बंधुओं के साथ फिल्म ‘अखंडा–2’ का विशेष प्रदर्शन किया गया। फिल्म ने धर्म, राष्ट्र और मानवता की रक्षा का सशक्त संदेश देकर दर्शकों को भावविभोर कर दिया।

फिल्म की शुरुआत प्रयागराज के महाकुंभ के भव्य दृश्य से होती है, जहां एक घातक महामारी के रूप में वायरस फैल जाता है। महामारी से हो रही मौतों के चलते समाज में ईश्वर और आस्था पर विश्वास डगमगाने लगता है। संकट की इस घड़ी में देशभर के डॉक्टर वैक्सीन बनाने में जुट जाते हैं, लेकिन विरोधी देश और नकारात्मक शक्तियाँ वैक्सीन के निर्माण और उसके सही स्थान तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न करती हैं।

कहानी उस मोड़ पर रोमांचक हो जाती है जब मानवता और सनातन धर्म की रक्षा के लिए हिमालय की कंदराओं में वर्षों से तपस्या कर रहे, केदारनाथ धाम से जुड़े साधु वेशधारी नायक अखंडा धरती पर अवतरित होते हैं। वे न केवल नकारात्मक शक्तियों के षड्यंत्र को विफल करते हैं, बल्कि वैक्सीन को सुरक्षित समाज तक पहुंचाकर मानवता की रक्षा करते हुए धर्म की पुनः स्थापना करते हैं।

फिल्म में सनातन धर्म को भारत का सबसे प्राचीन और महान धर्म बताया गया है तथा मानवता की रक्षा के लिए उठाए गए प्रत्येक कदम को भगवान शिव के समान शाश्वत बताया गया है। साथ ही भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और राष्ट्रभक्ति को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।

फिल्म का क्लाइमैक्स अत्यंत रोमांचक है, जहां साधु वेशधारी अखंडा अत्याधुनिक हथियारों से लैस शत्रु सैनिकों का साहसपूर्वक सामना करते हुए उनका अंत करता है। फिल्म की शूटिंग भारत के सीमावर्ती हिमालयी क्षेत्रों में की गई है, जो दर्शकों को प्राकृतिक सौंदर्य से रूबरू कराती है।

कुल मिलाकर ‘अखंडा–2’ एक धर्म आधारित, राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत, एक्शन और स्पेशल इफेक्ट्स से भरपूर फिल्म है, जो परिवार सहित देखने योग्य है।

रिपोर्ट : के. एन. साहनी, प्रयागराज

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