कुशीनगर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेश प्रताप राव उर्फ बंटी भैया ने आरोप लगाया है कि गरीबों से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाएं आज भी अधिकारियों और बिचौलियों के चंगुल में फंसी हुई हैं, जिसके कारण पात्र जरूरतमंद विकास से वंचित रह जा रहे हैं।
ओम पत्रिका न्यूज़ से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आवास, सड़क, पेंशन जैसी मूलभूत सुविधाएं जब तक सरकार के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सीधे जनता तक नहीं पहुंचेंगी, तब तक पात्र गरीब सुविधा शुल्क न दे पाने के कारण वंचित ही रहेगा।
उन्होंने विशेष रूप से शादी अनुदान और सामूहिक विवाह योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये योजनाएं आज बिचौलियों के बीच “बोल्ट” बन चुकी हैं, जिसे तोड़ने की सख्त जरूरत है। इन योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचने के बजाय दलालों और भ्रष्ट तंत्र की भेंट चढ़ रहा है।
राजेश प्रताप राव ने सवाल उठाया कि जब सरकार हर जरूरतमंद तक विकास पहुंचाने का दावा करती है, तो फिर जिले में बैठे अधिकारी करीब 50 लाख लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जोन और खंडों में व्यवस्था होने के बावजूद पात्र लोगों का विकास किन कारणों से रुक जाता है?
उन्होंने कहा कि यदि सरकार वास्तव में जनता के प्रति संवेदनशील है, तो आवास, सड़क और सभी प्रकार की पेंशन योजनाओं की जिम्मेदारी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को सौंपी जानी चाहिए, ताकि ग्राम स्तर पर मनमानी करने वाले तंत्र पर अंकुश लग सके और जनता का सीधा जुड़ाव सरकार से हो। इससे भ्रष्टाचार पर भी प्रभावी रोक लगेगी।
समाजवादी नेता ने कहा कि सरकार की नीयत यदि भ्रष्टाचार खत्म करने की है, तो उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पात्र गरीब संवेदनशील योजनाओं से वंचित न रहे।
रिपोर्ट : के. एन. साहनी, कुशीनगर